
अनु एक स्कूल में टीचर थी। तीस साल की उम्र में वह खुद को बहुत अकेला महसूस करती थी। उसका पति दो साल पहले एक एक्सीडेंट में चल बसा था। उसके बाद से वह सिर्फ अपने काम में ही खोई रहती थी।
एक दिन स्कूल में नया लड़का आया – राहुल। वह बीस साल का था और बहुत हंसमुख। वह अनु की क्लास में नहीं पढ़ता था, लेकिन हर रोज उसे स्कूल के गार्डन में टहलता देखता। अनु की सुंदरता और शालीनता ने उसे अपनी ओर आकर्षित किया।
धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती हो गई। पहले वे सिर्फ हेलो-हाई करते, फिर बातें करने लगे। अनु को राहुल की बातें अच्छी लगतीं। वह उसके साथ समय बिताने लगी।
एक शाम स्कूल के गार्डन में चांद निकला था। सब छात्र चले गए थे। सिर्फ अनु और राहुल ही वहाँ थे। हवा में ठंडक थी, चारों तरफ खामोशी थी।
राहुल ने अनु का हाथ पकड़ा। अनु का दिल तेजी से धड़कने लगा। उसने हाथ छुड़ाने की कोशिश नहीं की।
“आप… आप मुझे पसंद करती हैं?” राहुल ने पूछा।
अनु ने सिर झुकाकर हाँ कहा। उसकी आँखों में प्यार था।
राहुल ने उसे अपनी ओर खींच लिया। दोनों का गले मिलना हुआ। अनु को राहुल की बाहों में सुरक्षा महसूस हुई। यह desi desire wala पल था – सादा पर खास।
फिर राहुल ने उसके होंठों को छुआ। पहला किस… कोमल और मीठा। अनु ने भी जवाब दिया। वह पल जादूई लग रहा था।
कुछ देर बाद अनु ने कहा, “हमें लोगों को नहीं बताना चाहिए।”
राहुल ने हाँ कही। उन्होंने हाथ पकड़े रखे। चांदनी रात में उनका चुपचाप प्यार खिल उठा था।
लाइब्रेरी का राज
कुछ दिनों बाद की बात है। स्कूल की लाइब्रेरी में अंधेरा था। बारिश हो रही थी। अनु किताबें सजा रही थी जब राहुल आया। उसकी आँखों में एक अलग ही चमक थी।
“मैडम…” उसने फुसफुसाकर कहा।
अनु ने मुड़कर देखा। राहुल बहुत करीब खड़ा था। उसकी सांसें तेज हो गईं।
“हम अकेले हैं,” राहुल ने कहा।
उसने अनु को अपनी बाहों में घेर लिया। अनु ने विरोध नहीं किया। उसके शरीर में गर्मी फैल रही थी। राहुल ने उसके होंठों को फिर से चूमा, इस बार ज्यादा जोश के साथ।
राहुल के हाथ अनु के शरीर पर घूमने लगे। वह उसकी साड़ी के ब्लाउज के बटन खोलने लगा। अनु ने उसका हाथ रोकना चाहा, पर फिर छोड़ दिया। उसके अंदर का desi desire wala जुनून जाग उठा था।
राहुल ने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए। अनु के शरीर में एक अजीब सी गर्मी महसूस हो रही थी। वह राहुल के कंधों से चिपक गई।
“क्या तुम मुझसे प्यार करते हो?” अनु ने पूछा।
“हाँ मैडम, बहुत प्यार करता हूँ,” राहुल ने जवाब दिया।
अनु का घर
एक रविवार की शाम को अनु ने राहुल को अपने घर बुलाया। वह पहली बार उसके घर आ रहा था। अनु ने खास खाना बनाया था।
खाना खाने के बाद दोनों सोफे पर बैठे थे। राहुल ने अनु के बालों में हाथ फेरा।
“आज आप बहुत सुंदर लग रही हैं,” उसने कहा।
अनु मुस्कुराई। उसने राहुल का हाथ पकड़ लिया और उसे बेडरूम में ले गई।
कमरे में हल्का अंधेरा था। अनु ने धीरे-धीरे अपनी साड़ी उतारनी शुरू की। राहुल उसे देखता रहा, उसकी आँखों में प्यार और इच्छा थी।
जब अनु पूरी तरह नंगी हो गई, तो राहुल ने उसे गले लगा लिया। उसके शरीर की गर्मी ने अनु को पागल कर दिया।
राहुल ने उसे बिस्तर पर लिटाया। उसके होंठ अनु के गले पर, छाती पर, पेट पर नाचने लगे। अनु की सांसें तेज हो गईं। वह राहुल के नाम को पुकारने लगी।
“राहुल… आह… राहुल…”
राहुल ने धीरे-धीरे उसके शरीर के हर हिस्से को छुआ। अनु ने महसूस किया जैसे उसका शरीर पिघल रहा हो। वह सालों बाद किसी पुरुष के इतने करीब थी।
फिर राहुल ने उसके शरीर में प्रवेश किया। अनु ने एक गहरी सांस ली। दर्द और सुख का एक साथ अहसास हो रहा था। वह राहुल से चिपक गई।
दोनों का शरीर एक दूसरे के साथ तालमेल बिठा रहा था। कमरे में सिर्फ उनकी सांसों की आवाज़ और प्यार की आवाज़ें गूंज रही थीं।
कुछ देर बाद दोनों थककर एक दूसरे के गले लग गए। अनु की आँखों में आँसू थे – खुशी के आँसू।
“मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ,” अनु ने कहा।
“मैं भी, मैडम,” राहुल ने जवाब दिया।
उस रात उन्होंने फिर से प्यार किया। इस बार और भी ज्यादा प्यार से, और भी ज्यादा धैर्य से। अनु ने महसूस किया कि उसका दिल और शरीर दोनों फिर से जीवित हो उठे हैं।
सुबह होते ही राहुल चला गया, पर अनु के चेहरे पर एक चमक थी। उसे पता था कि यह desi desire wala रिश्ता अब और भी गहरा हो जाएगा।